Sex मौसी को मेने चोदा I'll कहानिय
मेरे प्यारे दोस्तों कैसे हो आप सभी लोग ? मुझे उम्मीद है की आप सभी लोग ठीक ही होगे और अपनी लाइफ को अपने तरीके से जी ही रहे होगे और दोस्तों चुदाई का मज़ा तो ले ही रहे होगे | मैं उम्मीद करता हूँ की आप सभी लोग चुदाई का पूरा मज़ा ले ही रहे होगे | मैं आज आप लोगो के सामने अपनी एक कहानी को लेकर आया हूँ | मेरे जीवन की सच्ची कहानी है | मैं अपनी कहानी शुरू करने से पहले आप सभी लोगो को अपने बारे में बता देता हूँ |
मेरा नाम कमल है | मेरी उम्र 18साल है | मैं रहने वाला मनााली का हूँ | मैं अभी पढाई करता हूँ मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है | मेरे लंड का साइज़ 6 इंच लम्बा और मोटा 3 इंच है | मैं दिखने में गोरा हूँ और मेरी बॉडी स्लिम है | मैं दिखने में ज्यादा स्मार्ट तो नही हूँ पर ठीक ठाक हूँ की कोई लड़की पट जाएगी | अब मैं आप लोगो के सामने जो कहानी प्रस्तुत करने जा रहा हूँ | मैं आशा करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी और इस कहानी को पढने में मज़ा भी आयेगा | अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय न लेते हुए सीधे अपनी कहानी शुरू करता हूँ |
ये कहानी अभी कुछ महीने पहले की है | दोस्तों में जब पढाई करता था| उस टाइम की बात है मेरी एक मौसी हैं वो अक्सर मुझे अपने घर बुलाया करती थी पर मैं उनके घर नही जा पता था | मेरे कॉलेज में मेरे दोस्त भी हैं और मैं 12 में पढता हूँ | मेरे पेपर भी आ रहे थे तो मैं अपने पेपर की तैयारी कर रहा था | उस टाइम मेरी मौौसी मुझे अपने यहाँ आने के लिए कह रही थी | तब मैंने मौसी से कहा की मौसी मेरे एग्जाम आने वाले है और जब मेरे एग्जाम हो जायेंगे तो मैं पक्का आऊंगा तो मौसी ने कहा ठीक है | तुम अच्छे से पढो और पास हो जाओ फिर आना और फोन रख दिया | दोस्तों मैंने अपनी मौसी को 5 सा पहले देखा था और उन्होंने मुझे तब से न हीं मैंने मौसी को देखा है न ही मौसी ने मुझे देखा है | फिर मैं अपनी एग्जाम की तैयरी करने लगा और कुछ दिनों में मेरे एग्जाम भी आ गए थे | मैं एग्जाम देने चला गया क्यूंकि मेरे पेपर दुसरी जगह पर हो रहे थे और मेरे दोस्तों के दूसरी जगह उस बार मेरे कॉलेज का सेन्टर दो कॉलेज में गया था | मैं रूम लेकर अकेले ही रह रहा था और जो मेरे दोस्त थे | वो साथ में रहते थे | मैं यहीं सोचता था की ये पेपर कितनी जल्दी ख़त्म हो जाये और मैं घर जाऊ | फिर धीरे धीरे मेरे भी एग्जाम ख़त्म हो गए और मैं अपने घर चला गया |
फिर एग्जाम के बात तीन महीनो की छुट्टी होती है और उन दिनों मेरा मन हुआ की कहीं घूम कर आता हूँ तो मैंने सोचा की मौसी बहुत दिनों से बुला रही है | उनके यहाँ ही घूम आता हूँ | मैंने उस दिन मौसी को फ़ोन किया और कहाँ मैं आज निकल रहा हूँ तुम्हारे यहाँ आने के लिए और फिर मैं उनके घर के लिए निकल गया | फिर मैं मौसी के यहाँ पहुच गया पर मुझे उनका घर नही पता था | तब मैंने मौसी को बतया की मैं यहाँ पर खड़ा हूँ कोई घर हो तो भेज दो तो वो बोली की थीक है | मैं अपनी ननद को भेज रही हूँ | उसके 5 मिनट बाद ही एक लडकी ने मुझे फ़ोन किया और बोली किस तरह के कपडे पहने हो तो मैंने उसे अपने बारे में बतया | तब एक लड़की आई दोस्तों वो दिखने में मस्त लग रही थी | फिर मैं उसके साथ aunty के घर गया | जब मैंने मौसी को देखा तो मैं उनको देखता ही रह गया | वो जितनी अच्छी शादी के पहले लगती थी | अब तो उससे भी ज्यादा अच्छी लग रही हैं और उनका मस्त सेक्सी फिगर उनके मस्त बूब्स थे और उनकी गांड तो पहले से ज्यादा बड़ी हो गयी थी |
फिर मौसी ने मुझे बैठाया और फिर चाय लाई और खाने के लिए नमकीन बिस्केट और कुछ चीजे थी | मैं खाने के बाद मौसी से पूछा की मौसा जी कहाँ है | वो बोली की वो तो काम करने की वजह से बाहर ही रहते हैं साल में 4 -5 बार ही घर आते हैं और जब आते हैं तो 5 – 6 दिन रुकते हैं | फिर चले जाते हैं | मैं तो इतने बड़े घर में अकेली ही रहती हूँ | तब मैंने पूछा की ये लड़की कहाँ रहती है | मौसी ने बताया की ये सामने रहती हैं और जब मैं अकेली रहती हूँ तो इसे बुला लेती हूँ | मैं और मौसी ऐसे ही बात करते रहे और फिर रात हो गयी और मैं खाना खाने के बाद सो गया | जब सुबह उठा तो ब्रस किया और नहा कर नाश्ता किया | फिर छत पर जाकर इधर उधर देखा रहा था | जब मैं नीचे गया तो मौसी ने मुझे खाना खाने को कहा | फिर मैं खाना खाने के लिए बैठा था की वो मुझे जब खाने देने के लिए झुकी तो उनके मस्त चिकने बूब्स मुझे दिखने लगे | मैं उनके बूब्स को देखने लगा | वो मुझको बूब्स देखते हुए देख लिया और हँसती हुई अन्दर चली गयी | इस तरह से मुझे वहां पर 8 दिन हो गए थे और वो मुझसे मजाक में कभी कभी मेरी गांड में हाथ लगा देती थी | मैं भी उनकी गांड में हाथ लगा देता था | वो ये देखकर हँसने लगती और मेरे माथे पर किस भी कर देती | मैं समझ गया की ये मुझसे चुदना चाहती हैं पर मैंसका गोरा दूध जैसा बदन देख कर मुझमें एक पागलपन सा आया और मैंने उसके सारे बदन को चूमना स्टार्ट किया. मैं दोनों हाथों से उसके मम्मों को मसल रहा था. धीरे धीरे उसकी गरदन से होते हुए मम्मों की घाटी पर आकर उसकी चूचियों को चूसने लगा, फिर और नीचे जाकर उसकी नाभि में जीभ घुसा दी और फिर मैं उसकी फुद्दी तक पहुँच गया. उसकी चूत के आसपास ट्रिम किये हुए बाल थे जो सेक्सी लग रहे थे.
जैसे ही मैं उसकी फुद्दी चूमने लगा, वो सिहर उठी और सीत्कार भरने लगी- आ अया.. ह्म्म्म्म म आह.. लव यू..
मैंने भी पोजीशन चेंज करके लंड उसके मुँह में पेल दिया.
उसके मुँह में लंड लेते ही मैं तो जन्नत में था. आज तक किसी भी लड़की या भाभी ने ऐसे मेरा लंड नहीं चूसा था, जैसा मौसी ने आज लिया था. मैं मीषा की चूत के होंठों को अपनी उँगलियों से खोल कर उसमें जीभ घुसा कर चटाने लगा, जल्द ही मीषा की चूत ने नमकीन पानी छोड़ दिया.. पर मेरा अभी बाकी था.
मैंने अब उसकी चूत में उंगली करनी और दूसरे हाथ से उसके मम्मे को दबाना जारी रखा. मेरा अंगूठा उसकी भगनासा पर रगड़ रहा था. वो फिर से गरम होने लगी. वो तड़पने लगी- मनीष, अब अपना लंड डाल भी दो मेरी चूत में.. वरना मैं मर जाऊंगी.
मैंने उसकी दोनों टाँगें अपने कंधों पर रख कर उसकी चूत पर लंड की टोपी को सैट किया और उसकी कमर के नीचे तकिया लगा दिया. फिर उसके ऊपर लेट कर उसके होंठों से लिपलॉक कर लिया. ताकि आवाज़ ना निकले.
अब मैंने धीरे से धक्का लगाया, लंड का अगला हिस्सा अन्दर चला गया और मौसी तड़पने लगी. वो मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी.. पर मैंने अपनी मजबूत पकड़ उस पर बना रखी थी. धीरे धीरे वो शांत होने लगी, तो मैंने एक और जोरदार धक्का लगा दिया. मेरा लंड उसकी चूत के अन्दर घुस गया और वो दर्द से तिलमिलाने लगी. मैं उसका दर्द कम करने के लिए उसके मम्मों को मसलने लगा. फिर अगले ही धक्के के साथ मैंने पूरा लंड घुसा दिया. उसकी आँखों से आंसू निकल आए. मैंने रुक कर उसे सहलाना शुरू कर दिया.
मुझे नहीं पता कि वो अभी तक सील पैक थी या नहीं, उसके दर्द से लग रहा था कि जैसे पहली बार चुद रही हो लेकिन उसकी चूत से कोई खून नहीं निकला था और उसकी हरकतें भी चुदी चुदाई लड़कियों जैसी ही थी.
कुछ देर बाद जब उसने अपनी गांड हिलानी शुरू की, तो मैंने भी धक्के लगाने स्टार्ट कर दिए. करीब 20 मिनट तक उसकी जबरदस्त चुदाई की.
‘फॅक फॅक..’ की आवाजों से कमरा गूँज रहा था. वो भी गांड उठा उठा कर जोरों से चुद रही थी.
फिर 20 मिनट बाद मुझे लगा कि अब मैं झड़ने वाला हूँ तो मैंने उससे कहा- मैं छूटने वाला हूँ.
उसने कहा- मनीष, अपना माल मेरे मुँह में ही छोड़ना, मैं टेस्ट करना चाहती हूँ.
मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाल कर उसके मुंह में दे दिया और उसके मुँह में वीर्य छोड़ दिया. तब तक वो भी झड़ चुकी थी.
फिर हम दोनों कुछ देर चिपक कर लेटे रहे और जब वो जाने के लिए कहने लगी तो मैंने उसे कपड़े पहनने में मदद की, उसकी ब्रा का हुक बंद किया.
मैंने भी कपडे पहने और उसे उसके घर के मोड़ तक छोड़ कर आया क्योंकि उससे ठीक से चला नहीं जा रहा था.
आज इस बात को 2 साल हो गए हैं. मौसी आज भी मुझसे हर हफ्ते, दो हफ्ते बाद चुदती रहती है. उसे चुदाई की जैसे लत है, जब कहो, तब वो चुदने को तैयार रहती है बिल्कुल वैसे ही जैसे रिचा!
मेरा नाम कमल है | मेरी उम्र 18साल है | मैं रहने वाला मनााली का हूँ | मैं अभी पढाई करता हूँ मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है | मेरे लंड का साइज़ 6 इंच लम्बा और मोटा 3 इंच है | मैं दिखने में गोरा हूँ और मेरी बॉडी स्लिम है | मैं दिखने में ज्यादा स्मार्ट तो नही हूँ पर ठीक ठाक हूँ की कोई लड़की पट जाएगी | अब मैं आप लोगो के सामने जो कहानी प्रस्तुत करने जा रहा हूँ | मैं आशा करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी और इस कहानी को पढने में मज़ा भी आयेगा | अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय न लेते हुए सीधे अपनी कहानी शुरू करता हूँ |
ये कहानी अभी कुछ महीने पहले की है | दोस्तों में जब पढाई करता था| उस टाइम की बात है मेरी एक मौसी हैं वो अक्सर मुझे अपने घर बुलाया करती थी पर मैं उनके घर नही जा पता था | मेरे कॉलेज में मेरे दोस्त भी हैं और मैं 12 में पढता हूँ | मेरे पेपर भी आ रहे थे तो मैं अपने पेपर की तैयारी कर रहा था | उस टाइम मेरी मौौसी मुझे अपने यहाँ आने के लिए कह रही थी | तब मैंने मौसी से कहा की मौसी मेरे एग्जाम आने वाले है और जब मेरे एग्जाम हो जायेंगे तो मैं पक्का आऊंगा तो मौसी ने कहा ठीक है | तुम अच्छे से पढो और पास हो जाओ फिर आना और फोन रख दिया | दोस्तों मैंने अपनी मौसी को 5 सा पहले देखा था और उन्होंने मुझे तब से न हीं मैंने मौसी को देखा है न ही मौसी ने मुझे देखा है | फिर मैं अपनी एग्जाम की तैयरी करने लगा और कुछ दिनों में मेरे एग्जाम भी आ गए थे | मैं एग्जाम देने चला गया क्यूंकि मेरे पेपर दुसरी जगह पर हो रहे थे और मेरे दोस्तों के दूसरी जगह उस बार मेरे कॉलेज का सेन्टर दो कॉलेज में गया था | मैं रूम लेकर अकेले ही रह रहा था और जो मेरे दोस्त थे | वो साथ में रहते थे | मैं यहीं सोचता था की ये पेपर कितनी जल्दी ख़त्म हो जाये और मैं घर जाऊ | फिर धीरे धीरे मेरे भी एग्जाम ख़त्म हो गए और मैं अपने घर चला गया |
फिर एग्जाम के बात तीन महीनो की छुट्टी होती है और उन दिनों मेरा मन हुआ की कहीं घूम कर आता हूँ तो मैंने सोचा की मौसी बहुत दिनों से बुला रही है | उनके यहाँ ही घूम आता हूँ | मैंने उस दिन मौसी को फ़ोन किया और कहाँ मैं आज निकल रहा हूँ तुम्हारे यहाँ आने के लिए और फिर मैं उनके घर के लिए निकल गया | फिर मैं मौसी के यहाँ पहुच गया पर मुझे उनका घर नही पता था | तब मैंने मौसी को बतया की मैं यहाँ पर खड़ा हूँ कोई घर हो तो भेज दो तो वो बोली की थीक है | मैं अपनी ननद को भेज रही हूँ | उसके 5 मिनट बाद ही एक लडकी ने मुझे फ़ोन किया और बोली किस तरह के कपडे पहने हो तो मैंने उसे अपने बारे में बतया | तब एक लड़की आई दोस्तों वो दिखने में मस्त लग रही थी | फिर मैं उसके साथ aunty के घर गया | जब मैंने मौसी को देखा तो मैं उनको देखता ही रह गया | वो जितनी अच्छी शादी के पहले लगती थी | अब तो उससे भी ज्यादा अच्छी लग रही हैं और उनका मस्त सेक्सी फिगर उनके मस्त बूब्स थे और उनकी गांड तो पहले से ज्यादा बड़ी हो गयी थी |
फिर मौसी ने मुझे बैठाया और फिर चाय लाई और खाने के लिए नमकीन बिस्केट और कुछ चीजे थी | मैं खाने के बाद मौसी से पूछा की मौसा जी कहाँ है | वो बोली की वो तो काम करने की वजह से बाहर ही रहते हैं साल में 4 -5 बार ही घर आते हैं और जब आते हैं तो 5 – 6 दिन रुकते हैं | फिर चले जाते हैं | मैं तो इतने बड़े घर में अकेली ही रहती हूँ | तब मैंने पूछा की ये लड़की कहाँ रहती है | मौसी ने बताया की ये सामने रहती हैं और जब मैं अकेली रहती हूँ तो इसे बुला लेती हूँ | मैं और मौसी ऐसे ही बात करते रहे और फिर रात हो गयी और मैं खाना खाने के बाद सो गया | जब सुबह उठा तो ब्रस किया और नहा कर नाश्ता किया | फिर छत पर जाकर इधर उधर देखा रहा था | जब मैं नीचे गया तो मौसी ने मुझे खाना खाने को कहा | फिर मैं खाना खाने के लिए बैठा था की वो मुझे जब खाने देने के लिए झुकी तो उनके मस्त चिकने बूब्स मुझे दिखने लगे | मैं उनके बूब्स को देखने लगा | वो मुझको बूब्स देखते हुए देख लिया और हँसती हुई अन्दर चली गयी | इस तरह से मुझे वहां पर 8 दिन हो गए थे और वो मुझसे मजाक में कभी कभी मेरी गांड में हाथ लगा देती थी | मैं भी उनकी गांड में हाथ लगा देता था | वो ये देखकर हँसने लगती और मेरे माथे पर किस भी कर देती | मैं समझ गया की ये मुझसे चुदना चाहती हैं पर मैंसका गोरा दूध जैसा बदन देख कर मुझमें एक पागलपन सा आया और मैंने उसके सारे बदन को चूमना स्टार्ट किया. मैं दोनों हाथों से उसके मम्मों को मसल रहा था. धीरे धीरे उसकी गरदन से होते हुए मम्मों की घाटी पर आकर उसकी चूचियों को चूसने लगा, फिर और नीचे जाकर उसकी नाभि में जीभ घुसा दी और फिर मैं उसकी फुद्दी तक पहुँच गया. उसकी चूत के आसपास ट्रिम किये हुए बाल थे जो सेक्सी लग रहे थे.
जैसे ही मैं उसकी फुद्दी चूमने लगा, वो सिहर उठी और सीत्कार भरने लगी- आ अया.. ह्म्म्म्म म आह.. लव यू..
मैंने भी पोजीशन चेंज करके लंड उसके मुँह में पेल दिया.
उसके मुँह में लंड लेते ही मैं तो जन्नत में था. आज तक किसी भी लड़की या भाभी ने ऐसे मेरा लंड नहीं चूसा था, जैसा मौसी ने आज लिया था. मैं मीषा की चूत के होंठों को अपनी उँगलियों से खोल कर उसमें जीभ घुसा कर चटाने लगा, जल्द ही मीषा की चूत ने नमकीन पानी छोड़ दिया.. पर मेरा अभी बाकी था.
मैंने अब उसकी चूत में उंगली करनी और दूसरे हाथ से उसके मम्मे को दबाना जारी रखा. मेरा अंगूठा उसकी भगनासा पर रगड़ रहा था. वो फिर से गरम होने लगी. वो तड़पने लगी- मनीष, अब अपना लंड डाल भी दो मेरी चूत में.. वरना मैं मर जाऊंगी.
मैंने उसकी दोनों टाँगें अपने कंधों पर रख कर उसकी चूत पर लंड की टोपी को सैट किया और उसकी कमर के नीचे तकिया लगा दिया. फिर उसके ऊपर लेट कर उसके होंठों से लिपलॉक कर लिया. ताकि आवाज़ ना निकले.
अब मैंने धीरे से धक्का लगाया, लंड का अगला हिस्सा अन्दर चला गया और मौसी तड़पने लगी. वो मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी.. पर मैंने अपनी मजबूत पकड़ उस पर बना रखी थी. धीरे धीरे वो शांत होने लगी, तो मैंने एक और जोरदार धक्का लगा दिया. मेरा लंड उसकी चूत के अन्दर घुस गया और वो दर्द से तिलमिलाने लगी. मैं उसका दर्द कम करने के लिए उसके मम्मों को मसलने लगा. फिर अगले ही धक्के के साथ मैंने पूरा लंड घुसा दिया. उसकी आँखों से आंसू निकल आए. मैंने रुक कर उसे सहलाना शुरू कर दिया.
मुझे नहीं पता कि वो अभी तक सील पैक थी या नहीं, उसके दर्द से लग रहा था कि जैसे पहली बार चुद रही हो लेकिन उसकी चूत से कोई खून नहीं निकला था और उसकी हरकतें भी चुदी चुदाई लड़कियों जैसी ही थी.
कुछ देर बाद जब उसने अपनी गांड हिलानी शुरू की, तो मैंने भी धक्के लगाने स्टार्ट कर दिए. करीब 20 मिनट तक उसकी जबरदस्त चुदाई की.
‘फॅक फॅक..’ की आवाजों से कमरा गूँज रहा था. वो भी गांड उठा उठा कर जोरों से चुद रही थी.
फिर 20 मिनट बाद मुझे लगा कि अब मैं झड़ने वाला हूँ तो मैंने उससे कहा- मैं छूटने वाला हूँ.
उसने कहा- मनीष, अपना माल मेरे मुँह में ही छोड़ना, मैं टेस्ट करना चाहती हूँ.
मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाल कर उसके मुंह में दे दिया और उसके मुँह में वीर्य छोड़ दिया. तब तक वो भी झड़ चुकी थी.
फिर हम दोनों कुछ देर चिपक कर लेटे रहे और जब वो जाने के लिए कहने लगी तो मैंने उसे कपड़े पहनने में मदद की, उसकी ब्रा का हुक बंद किया.
मैंने भी कपडे पहने और उसे उसके घर के मोड़ तक छोड़ कर आया क्योंकि उससे ठीक से चला नहीं जा रहा था.
आज इस बात को 2 साल हो गए हैं. मौसी आज भी मुझसे हर हफ्ते, दो हफ्ते बाद चुदती रहती है. उसे चुदाई की जैसे लत है, जब कहो, तब वो चुदने को तैयार रहती है बिल्कुल वैसे ही जैसे रिचा!
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