Bank मे किया मेने sex stories full injoy
State बैंक में अकाउंट है तो इसी सिलसिले में मेरा काफी बार बैंक में आनाजाना होता है. काफी बार आने जाने की वजह से बैंक का स्टाफ मुझे पहचानता है और अच्छी बनती है मेरी. उसी बैंक में एक लेडी कैशियर है जिसका नाम सुनीता है. वो करीब 30-35साल की है. और उसका बदन ऐसा है की जो भी उसे देखे तो देखता ही रह जाए ! Bank Mein Sex Kiya Sexy Cashier Ke Sath.
सुनिता का फिगर 34 30 36 के करीब होगा और वो दिखने में बॉलीवुड के हसीन माल माधुरी दिक्षीत के जैसी ही लगती है. मैं जब भी सुनता पास जाता तो उसको देख के मेरा तो लंड ही खड़ा हो जाता था. आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी Crazy Sex Story पर पढ़ रहे है | दिल करता था को उसको बैंक के अंदर ही नंगा नाच करवा के सब के सामने उसकी चूत चाट के चोद लूँ | मेरे साथ वो हाई हल्लो करती थी जब भी मैं उसके पास जाता तो. और मैं उसकी तारीफ़ करने का एक भी मौका अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहता था. वो भी मुझसे स्माइल दे के बात करती थी.
ये चुदाई होने से पहले मैं सुनििता के पास गया. और उस दिन भी मैंने उसकी तारीफ़ की. इस बार वो कुछ ज्यादा ही अच्छे मूड में थी. वो भी अच्छी तरह से मेरे बातों का जवाब दे रही थी. उसने बातो बातो में ही बोल दिया की शिखर आप सिर्फ तारीफ तारीफ़ ही करो.
उसने मेरा मोबाइल नम्बर माँगा और उसने भी अपना मोबाइल नम्बर मेरे को दे दिया. बैंक का काम निपटा के सुनिित को बाय कह के मैं चला गया. उसके चहरे से टी लगता था की वो भी अट्रेकट थी और शायद लंड लेने की जुगाड़ में थी.
उस दिन उसका कॉल नहीं आया तो मैंने रात को पोर्न मूवी देखी एक बिग बूब्स वाली लेडी की और नम्रता के नाम का ही जर्क ऑफ कर लिया. फिर 2 दिन के बाद शनिवार था. किसी अनजान नम्बर से कॉल आया. मैंने उठाया तो लेडी की आवाज थी. मैंने कहा हाँ कौन चाहिए?
वो बोली अरे शिखर जी मैं नम्रता AXIS बैंक से? मैंने कहा सोरी आप का नम्बर एड नहीं ये वाला इसलिए. वो बोली क्या आज शाम को आप फ्री हो? क्या आप मेरे घर पर आ सकते हो एक पालिसी के बारे में आप से बात करनी थी कुछ? मैंने भी झट से हाँ बोल दिया और उसका एड्रेस ले लिया. नम्रता ने मुझे अपना एड्रेस टेक्स्ट किया था और उसने मुझे शाम को 7 बजे के बाद उसके घर पर आने के लिए कहा था.
मैं समझ चूका था की आज मेडम का पक्का मूड बना हुआ था मेरा लंड लेने का इसलिए ही बुलाया है मुझे. शाम को उसके बताये हुए टाइम पर मैं उसके घर जा पहुंचा और वो भी मेरी ही वेट कर रही थी.
मैंने घर के सामने से उसे कॉल किया और बताया की मैं बाहर खड़ा हूँ. तो वो बाहर आई और मेरे को अन्दर बुलाया. वो वहां पर किराए के मकान में रहती थी. उसका हसबंड भी सरकारी जॉब करता था और वो किसी दुसरे जिल्ले में पोस्टेड था. वो हर शनिवार को सुनिता के पास आता था. लेकिन इस बार किसी सरकारी काम में उलझे होने की वजह से वो नहीं आनेवाला था.
उनका कोई बच्चा नहीं था और उनकी शादी को 7 साल हो गए थे. मैं वही सोफे पर बैठ गया. सुनिता। कोफ़ी लेकर आ गई और उसने अपनी पालिसी के बारे में बात करना चालू कर दिया. बातो बातो में वो अपने बारे में भी सब कुछ शेयर कर रही थी. और उसने मुझे बोला की उसका हसबंड उसे बच्चा नहीं दे सकता है और ये कह के वो रोने लगी. मेरे को भी अच्छा नहीं लगा मैं अपनी जगह से उठा और उसके सोफे पर जा के उसके एकदम करीब बैठ गया. और उसके कंधे पर हाथ रख के नम आंसू पोंछ दिया मैंने.
सुनिता ने अब अपना सर मेरी गोदी में रख दिया. मेरा भी होश्ला बढ़ चूका था. और उसके सर पर हाथ फेरते फेरते मैने उसका कंधे के ऊपर किस कर दिया. वो कुछ नहीं बोली और मेरी हिम्मत को और गति मिल गई. अब मैं उसके बालों को ठीक करते हुए उसे किस करने लगा. वो भी रिस्पोंस देने लगी थी. मैंने उसको उठा कर अपनी गोदी में बिठा लिया और उसकी चूची को स्यूट के ऊपर से ही दबाने लगा.
सुनिता का फिगर 34 30 36 के करीब होगा और वो दिखने में बॉलीवुड के हसीन माल माधुरी दिक्षीत के जैसी ही लगती है. मैं जब भी सुनता पास जाता तो उसको देख के मेरा तो लंड ही खड़ा हो जाता था. आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी Crazy Sex Story पर पढ़ रहे है | दिल करता था को उसको बैंक के अंदर ही नंगा नाच करवा के सब के सामने उसकी चूत चाट के चोद लूँ | मेरे साथ वो हाई हल्लो करती थी जब भी मैं उसके पास जाता तो. और मैं उसकी तारीफ़ करने का एक भी मौका अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहता था. वो भी मुझसे स्माइल दे के बात करती थी.
ये चुदाई होने से पहले मैं सुनििता के पास गया. और उस दिन भी मैंने उसकी तारीफ़ की. इस बार वो कुछ ज्यादा ही अच्छे मूड में थी. वो भी अच्छी तरह से मेरे बातों का जवाब दे रही थी. उसने बातो बातो में ही बोल दिया की शिखर आप सिर्फ तारीफ तारीफ़ ही करो.
उसने मेरा मोबाइल नम्बर माँगा और उसने भी अपना मोबाइल नम्बर मेरे को दे दिया. बैंक का काम निपटा के सुनिित को बाय कह के मैं चला गया. उसके चहरे से टी लगता था की वो भी अट्रेकट थी और शायद लंड लेने की जुगाड़ में थी.
उस दिन उसका कॉल नहीं आया तो मैंने रात को पोर्न मूवी देखी एक बिग बूब्स वाली लेडी की और नम्रता के नाम का ही जर्क ऑफ कर लिया. फिर 2 दिन के बाद शनिवार था. किसी अनजान नम्बर से कॉल आया. मैंने उठाया तो लेडी की आवाज थी. मैंने कहा हाँ कौन चाहिए?
वो बोली अरे शिखर जी मैं नम्रता AXIS बैंक से? मैंने कहा सोरी आप का नम्बर एड नहीं ये वाला इसलिए. वो बोली क्या आज शाम को आप फ्री हो? क्या आप मेरे घर पर आ सकते हो एक पालिसी के बारे में आप से बात करनी थी कुछ? मैंने भी झट से हाँ बोल दिया और उसका एड्रेस ले लिया. नम्रता ने मुझे अपना एड्रेस टेक्स्ट किया था और उसने मुझे शाम को 7 बजे के बाद उसके घर पर आने के लिए कहा था.
मैं समझ चूका था की आज मेडम का पक्का मूड बना हुआ था मेरा लंड लेने का इसलिए ही बुलाया है मुझे. शाम को उसके बताये हुए टाइम पर मैं उसके घर जा पहुंचा और वो भी मेरी ही वेट कर रही थी.
मैंने घर के सामने से उसे कॉल किया और बताया की मैं बाहर खड़ा हूँ. तो वो बाहर आई और मेरे को अन्दर बुलाया. वो वहां पर किराए के मकान में रहती थी. उसका हसबंड भी सरकारी जॉब करता था और वो किसी दुसरे जिल्ले में पोस्टेड था. वो हर शनिवार को सुनिता के पास आता था. लेकिन इस बार किसी सरकारी काम में उलझे होने की वजह से वो नहीं आनेवाला था.
उनका कोई बच्चा नहीं था और उनकी शादी को 7 साल हो गए थे. मैं वही सोफे पर बैठ गया. सुनिता। कोफ़ी लेकर आ गई और उसने अपनी पालिसी के बारे में बात करना चालू कर दिया. बातो बातो में वो अपने बारे में भी सब कुछ शेयर कर रही थी. और उसने मुझे बोला की उसका हसबंड उसे बच्चा नहीं दे सकता है और ये कह के वो रोने लगी. मेरे को भी अच्छा नहीं लगा मैं अपनी जगह से उठा और उसके सोफे पर जा के उसके एकदम करीब बैठ गया. और उसके कंधे पर हाथ रख के नम आंसू पोंछ दिया मैंने.
सुनिता ने अब अपना सर मेरी गोदी में रख दिया. मेरा भी होश्ला बढ़ चूका था. और उसके सर पर हाथ फेरते फेरते मैने उसका कंधे के ऊपर किस कर दिया. वो कुछ नहीं बोली और मेरी हिम्मत को और गति मिल गई. अब मैं उसके बालों को ठीक करते हुए उसे किस करने लगा. वो भी रिस्पोंस देने लगी थी. मैंने उसको उठा कर अपनी गोदी में बिठा लिया और उसकी चूची को स्यूट के ऊपर से ही दबाने लगा.
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